Friday 15 November 2019

ऐसे मिटाएं खुजली की समस्या

जब त्वचा की सतह पर जलन का एहसास होता है और त्वचा को खरोंचने का मन करता है तो उस बोध को खुजली कहते हैं। खुजली के कई कारण होते हैं जैसे कि तनाव और चिंता, शुष्क त्वचा, अधिक समय तक धूप में रहना, औषधि की विपरीत प्रतिक्रिया, मच्छर या किसी और जंतु का दंश, फंफूदीय संक्रमण, संक्रमित रोग की वजह से, या त्वचा पर फुंसियां, सिर या शरीर के अन्य हिस्सों में जुओं की मौजूदगी इत्यादि से।
खुजली होने पर सावधानी
खुजली होने पर प्राथमिक सावधानी के तौर पर सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए।खुजली का जब भी दौरा पड़े, आप साफ मुलायम कपड़े से उस स्थान को सहला दीजिए। प्रवृति के अनुसार ठंडे या गर्म पानी से उस स्थान को धो लीजिए ( किसी को ठंडे पानी से तो किसी को गर्म पानी से आराम होता है, उसके मुताबिक अपने लिए पानी का चयन कर लें)। साबुन जितना कम कर सकते हैं कम कर लेना चाहिएं।
खुजली के लिए आयुर्वैदिक उपचार
खुजली वाली जगह पर चन्दन का तेल लगाने से काफी राहत मिलती है। दशांग लेप, जो आयुर्वेद की 10 जड़ी बूटियों से तैयार किया गया है, खुजली से काफी हद तक आराम दिलाता है। नीम का तेल, या नीम के पत्ताें की लेई से भी खुजली से छुटकारा मिलता है। गंधक खुजली को ठीक करने के लिए बहुत ही बढ़िया उपचार माना जाता है। नीम के पाऊडर का सेवन करने से त्वचा के संक्रमण और खुजली से आराम मिलता है। सुबह खाली पेट एलोवेरा जूस का सेवन करने से भी खुजली से छुटकारा मिलता है। नींबू का रस बराबर मात्र में अलसी के तेल के साथ मिलाकर खुजली वाली जगह पर मलने से हर तरह की खुजली से छुटकारा मिलता है। नारियल के ताजे रस और टमाटर का मिश्रण खुजली वाली जगह पर लगाने से भी खुजली दूर हो जाती है। शुष्क त्वचा के कारण होने वाली खुजली को दूध की क्रीम लगाने से कम किया जा सकता है। 25 ग्राम आम के पेड़ की छाल, और 25 ग्राम बबूल के पेड़ की छाल को एक लीटर पानी में उबाल लें, और इस पानी से ग्रसित जगह पर भाप लें। जब यह प्रक्रिया हो जाए तो ग्रसित जगह पर घी थपथपाकर लगाएं। खुजली गायब हो जाएगी। खुजली के लिए सबसे कारगर उपाय है तेल की मालिश जिससे रूखी और बेजान त्वचा को नमी मिलती है।

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